आँखे भी मेरी पलकों से सवाल करती है,
हर वक्त आपको ही याद करती है,
जब तक न कह दे शुभ रात्रि आपको ज़ालिम,
सोने से भी इंकार करती है…
शुभ रात्रि!
आँखे भी मेरी पलकों से सवाल करती है,
हर वक्त आपको ही याद करती है,
जब तक न कह दे शुभ रात्रि आपको ज़ालिम,
सोने से भी इंकार करती है…
शुभ रात्रि!