खुदा भी न जाने कैसे रिश्ते बना देता है,
अंजानो को दिल में बसा देता है,
जिनको हम जानते भी न थे,
उन्हें जान से भी ज्यादा प्यारा बना देता है,
खुदा भी न जाने कैसे रिश्ते बना देता है,
अंजानो को दिल में बसा देता है,
जिनको हम जानते भी न थे,
उन्हें जान से भी ज्यादा प्यारा बना देता है,