परिंदों को नही दी जाती
तालीम उड़ानों की,
वो खुद ही तय करते है
मंजिल आसमानों की…!
रखता है जो होसला
आसमान को छूने का,
उसको नही होती परवाह
गिर जाने की…!
परिंदों को नही दी जाती
तालीम उड़ानों की,
वो खुद ही तय करते है
मंजिल आसमानों की…!
रखता है जो होसला
आसमान को छूने का,
उसको नही होती परवाह
गिर जाने की…!