Jo Khafa Na Ho Jaye Wo Dost Kaisa
फासले दोस्ती मे कभी कभी आते रहते है, दोस्ती फिर भी दो दिलों को मिला ही देती है, जो खफा ना हो जाए वो दोस्त कैसा, सच्ची दोस्ती फिर भी दोस्तों को मिला ही देती है…
फासले दोस्ती मे कभी कभी आते रहते है, दोस्ती फिर भी दो दिलों को मिला ही देती है, जो खफा ना हो जाए वो दोस्त कैसा, सच्ची दोस्ती फिर भी दोस्तों को मिला ही देती है…
तिच्या डोळ्यात पाहिले तेव्हा समजले, प्रेम कशाला म्हणतात, आणि सोडून गेली तेव्हा समजले, खरे प्रेम कशाला म्हणतात…
माँ आपकी याद सताती है मेरे पास आ जाओ, थक गया हूँ मुझे अपने आँचल में छुपा लो, हाँथ अपना फेर के मेरे बालों में, एक बार फिर से बचपन की लोरिया सुना दो…
कोई अच्छी सी सजा दो मुझे, चलो ऎसा करो रुला दो मुझे, दिल दुखाया हो तो मौत आ जाए मुझे, दिल की गहराई से दुआ दो मुझे…