Tut Jata Hai Garibi Me Khaas Rishta
हजारों दोस्त बन जाते है, जब धन पास होता है, टूट जाता है गरीबी में, जो रिश्ता ख़ास होता है…
हजारों दोस्त बन जाते है, जब धन पास होता है, टूट जाता है गरीबी में, जो रिश्ता ख़ास होता है…
खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ, लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह करता हूँ, मालूम है कोई मोल नहीं मेरा, फिर भी कुछ अनमोल लोगों से दोस्ती रखता हूँ…
दोस्त आपकी दोस्ती का क्या खिताब दे, करते है इतना प्यार की क्या हिसाब दे, अगर आपसे भी अच्छा फूल होता तो ला देते, लेकिन जो खुद गुलदस्ता हो उसे क्या गुलाब दे… Happy Rose Day! Dost Aapki Dosti Ka Kya Khitab De, Karte Hai Itna Pyaar Ki Kya Hisaab De, Agar Aapse Bhi Achha Phool Hota Toh La Dete, Lekin Jo Khud Guldasta Ho Use Kya Gulaab De… Happy Rose Day!
सुबह का सुनहरा मौसम और आपकी याद, हलकी सी ये ठंडक और गरम चाय की प्यास, यारो की यारी और यारी की प्यारी मिठास, शुरू कीजिये अपना ये दिन, मेरे गुड़ मॉर्निंग के साथ…