Sangat Ka Farak
“पानी की एक बून्द गर्म तवे पर पड़े तो मिट जाती है.. कमल के पत्तेपर गिरे तो, मोती की तरह चमकने लगती है.. सीप में आये तो खुद मोती ही बन जाती है.. पानी की बूँद तो वही है, बस संगत का फरक है !!”
“पानी की एक बून्द गर्म तवे पर पड़े तो मिट जाती है.. कमल के पत्तेपर गिरे तो, मोती की तरह चमकने लगती है.. सीप में आये तो खुद मोती ही बन जाती है.. पानी की बूँद तो वही है, बस संगत का फरक है !!”
मेरे चेहरे की हँसी हो तुम, मेरे दिल की हर खुशी हो तुम, मेरे होठों की मुस्कान हो तुम, धड़कता है मेरा ये दिल जिसके लिए, वो मेरी जान हो तुम… Happy Valentine Day!
प्रभु के सामने जो झुकता है वह सबको अच्छा लगता है, लेकिन, जो सबके सामने झुकता है वो प्रभु को अच्छा लगता है…
जब लगा था “तीर” तब इतना दर्द ना हुआ, “ग़ालिब” जख्म का एहसास तब हुआ जब, “कमान” देखी, “अपनों” के हाथों में…!!!