Kaash Tum Akhbar Hoti
पत्नी :- काश मैं अख़बार होती, कम से कम रोज तुम मुझे अपने हाथों में तो लेते… पति- मेरी भी इच्छा थी की तुम अख़बार होती, कम से कम रोज नयी तो मिलती!
पत्नी :- काश मैं अख़बार होती, कम से कम रोज तुम मुझे अपने हाथों में तो लेते… पति- मेरी भी इच्छा थी की तुम अख़बार होती, कम से कम रोज नयी तो मिलती!
अगर आपका दोस्त Online रहने के बाद भी आपको Reply नहीं दे रहा, तो समझ लीजिये की, अब वो Single नहीं रहा…
पति अपनी नाराज पत्नी को रोज फ़ोन करता है.. सासूजी: कितनी बार कहा की वो अब तुम्हारे घर नहीं आएगी, फिर क्यों रोज रोज फ़ोन करते हो? जमाई : सुन कर अच्छा लगता है इसीलिए…
जरुरी नहीं की कुत्ता ही वफादार निकले.. वक्त आने पर, आपका वफादार भी कुत्ता निकल सकता है!