Apno Ne Hi Jala Diya Jate Jate

मंजिल तो तेरी यही बसी थी, जिंदगी गुजर गयी तेरी आते आते, क्या मिला तुझे इस दुनिया में, अपनों ने ही जला दिया जाते जाते…

Khud Ko Kho Diya Apno Ko Pate Pate

कितने दूर निकल गए, रिश्तों को निभाते निभाते.. खुद को खो दिया हमने, अपनों को पाते पाते…

Hame Sari Ummide Tumse Hi Hai

वो रूठकर बोला, तुम्हे सारी शिकायते हमसे ही क्यों है, हमने भी सर झुकाकर बोल दिया की, हमें सारी उम्मीदे भी तो तुमसे ही है…!!