Dard Ki Apni EK Ada Hai
दर्द की भी अपनी एक अदा है, वो भी सहने वालों पर ही फ़िदा है!!
दर्द की भी अपनी एक अदा है, वो भी सहने वालों पर ही फ़िदा है!!
मिलता तो बहुत कुछ है इस जिंदगी में, बस हम गिनती उसी की करते है, जो हासिल ना हो सका…
वक्त और अपने, जब दोनों एक साथ चोट पहुँचाए, तो इंसान बाहर से नहीं, अंदर से भी पत्थर बन जाता है…
कमजोर तब रुकते है, जब वे थक जाते है और विजेता तब रुकते है, जब वे जीत जाते है…