Paigam Shyari in Hindi
लिखो तो पैगाम ऐसा लिखो कि, कलम रोने को मजबूर हो जाये, हर लब्जमे दर्द ऐसा भरो कि, पढने वाला मिलने को मजबूर हो जाये…
लिखो तो पैगाम ऐसा लिखो कि, कलम रोने को मजबूर हो जाये, हर लब्जमे दर्द ऐसा भरो कि, पढने वाला मिलने को मजबूर हो जाये…
कितनी बुरी लगती है ज़िन्दगी जब हम तनहा महसूस करते है, मरने के बाद मिलते है चार कंधे, और, जीते जी हम एक के लिए तरसते है…
आज ना जाने क्यों आँख में आँसू आ गए, पैगाम लिखते-लिखते ख्वाब याद आ गए, मिलने कि तमन्ना थी आपसे, लेकिन आँसू में आप नज़र आ गए, Miss U.
रिश्ता ख़ास नहीं ख़ास आप हो, बात कुछ नहीं पर जज्बात आप हो, आस कुछ नहीं विश्वास आप हो आपके प्यार पर दुनिया लुटा देंगे जब दोस्त आप हो..!!