Aisi Sirf Aur Sirf Maa Hoti Hai
मेरी गलतियों को वो माफ कर देती है, बहुत गुस्से मे होती है तो भी प्यार देती है, होठों पे उसके हमेशा दुआ होती है, एैसी सिर्फ और सिर्फ “माँ” होती है…
मेरी गलतियों को वो माफ कर देती है, बहुत गुस्से मे होती है तो भी प्यार देती है, होठों पे उसके हमेशा दुआ होती है, एैसी सिर्फ और सिर्फ “माँ” होती है…
खुदा करे दोस्ती मे एक ऐसा मुकाम आये, मेरी रूह मेरे दोस्त के काम आये, हम तो यही दुआ करते है खुदा से, अगले जनम मे भी आपके दोस्तों मे हमारा नाम आये …
ना तस्वीर है उनकी जो दिदार किया जाये, ना पास मे है वो जो प्यार किया जाये, ये कौन सा दर्द दे दिया उसने, ना उनको कुछ कहा जाये और ना उनके बिना अब रहा जाये…
दोस्ती साहिल है तूफानों के लिए, दोस्ती आईना है अरमानों के लिए, दोस्ती महफ़िल है अंजानो के लिए, दोस्ती एक ख्वाईश है, आप जैसा दोस्त पाने के लिए…