Meri Sab Koshishe Nakam Thi Unko Manane Ki
मेरी सब कोशिशे नाकाम थी उनको मनाने की, कहाँ सिखी है ज़ालिम ने अदाए रूठ जाने की…
मेरी सब कोशिशे नाकाम थी उनको मनाने की, कहाँ सिखी है ज़ालिम ने अदाए रूठ जाने की…
जाने क्या बात है उनमे जितना भुलाते है, वो उतना याद आते है…
कितना प्यार करते है हम उनसे, काश उनको भी ये एहसास हो जाए, मगर ऎसा न हो के वो होश मे तब आए, जब हम किसी और के हो जाए…
जहाँ जुदाई हो वहाँ मिलन का अलग ही मजा है, मेहबूब बेवफा हो तो जिंदगी एक सजा है, आप जैसा दोस्त अगर मुझे नसीब हो, मै समझुंगा ये तो बस खुदा की रजा है…