Khane Me Koi Zeher Dal De To Iska Ilaj Hai
खाने मे कोई ज़हर डाल दे तो इसका इलाज है, मगर कान मे कोई ज़हर घोल दे तो कोई इलाज नही…
खाने मे कोई ज़हर डाल दे तो इसका इलाज है, मगर कान मे कोई ज़हर घोल दे तो कोई इलाज नही…
तकदीर के रंग कितने अजीब है, अनजाने रिश्ते है फिर भी करीब है, हर किसी को दोस्त आपके जैसा नही मिलता, मुझे आप मिले यह मेरा नसीब है…
धोखा दिया था जब तूने मुझे, जिंदगीसे मै नाराज था, सोचा की दिल से तुझे निकाल दू, मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था…
तुझे जाणे आयुष्यातून खरंच नाही परवडले, अजूनही तुझ्या आठवणींनी मला नाही सोडले…