Kya Karamat Hai Kudrat Ki
क्या करामत है कुदरत की… ‘ज़िंदा इंसान’ पानी में डूब जाता है और ‘मुर्दा’ तैर के दिखाता है…!!
क्या करामत है कुदरत की… ‘ज़िंदा इंसान’ पानी में डूब जाता है और ‘मुर्दा’ तैर के दिखाता है…!!
ज़िन्दगी जीने के दो तरीके होते है, पहला: जो पसंद है उसे हासिल करना सीख लो… दूसरा: जो हासिल है उसे पसंद करना सीख लो…
पानी की बुँदे फूलों को भिगा रही है, ठंडी लहरे एक ताजगी जगा रही है, हो जाओ आप भी इसमे शामिल, एक प्यारी सी सुबह आपको जगा रही है…
कर्मो से ही पहचान होती है इंसानों की… अच्छे कपड़े तो बेजान पुतलो को भी पहनाए जाते है…!!