Maa Kaisi Hoti Hai?
जब एक रोटी के चार टुकडे हो और खानेवाले पाँच, तब मुझे भूक नही है ऎसा कहनेवाली इंसान होती है – माँ
जब एक रोटी के चार टुकडे हो और खानेवाले पाँच, तब मुझे भूक नही है ऎसा कहनेवाली इंसान होती है – माँ
बोलती है दोस्ती चुप रहता है प्यार, हँसाती है दोस्ती रुलाता है प्यार, मिलाती है दोस्ती जुदा करता है प्यार, फिर भी क्यों दोस्ती छोडकर लोग करते है प्यार…
लोग कहते है दुख बुरा होता है, जब भी आता है रुलाता है, मगर हम कहते है दुख अच्छा होता है, जब भी आता है कुछ सिखाता है…
जो झुकते है जिंदगी मे वो बुजदिल नही होते, यह हुनर होता है उनका हर रिश्ता निभाने का…