इस कदर मेरी दोस्ती का इम्तेहान तो मत लिजीये,
खफा हो क्यों ये तो बता दिजीये,
माफ कर दो अगर हो गई हो हमसे कोई भूल,
पर ऎसे याद ना कर के हमे सजा तो मत दिजीये…
इस कदर मेरी दोस्ती का इम्तेहान तो मत लिजीये,
खफा हो क्यों ये तो बता दिजीये,
माफ कर दो अगर हो गई हो हमसे कोई भूल,
पर ऎसे याद ना कर के हमे सजा तो मत दिजीये…