कोई दुर हो कितना ही, क्या ग़म है,
मगर वो अपना है, यह क्या कम है,
चाहे ना हो कोई बात, ना हो कोई मुलाकात,
याद वह करले एक बार, यह क्या कम है…
कोई दुर हो कितना ही, क्या ग़म है,
मगर वो अपना है, यह क्या कम है,
चाहे ना हो कोई बात, ना हो कोई मुलाकात,
याद वह करले एक बार, यह क्या कम है…