किसीको प्यार इतना देना की हद न रहे,
पर,
ऐतबार भी इतना करना की शक़ न रहे,
वफ़ा इतनी करना की बेवफाई न हो,
और,
दुआ इतनी करना की जुदाई न हो..
किसीको प्यार इतना देना की हद न रहे,
पर,
ऐतबार भी इतना करना की शक़ न रहे,
वफ़ा इतनी करना की बेवफाई न हो,
और,
दुआ इतनी करना की जुदाई न हो..