क्या हालत हो गयी है ज़माने की,
सब की आदत हो गयी है
पैसे बचाने की.. SMS तो कंपनी
ने कब के सस्ते कर दिए,
पर फितरत नहीं बदली
तुम्हारी चिल्लर बचाने की..
क्या हालत हो गयी है ज़माने की,
सब की आदत हो गयी है
पैसे बचाने की.. SMS तो कंपनी
ने कब के सस्ते कर दिए,
पर फितरत नहीं बदली
तुम्हारी चिल्लर बचाने की..