स्त्री की तारीफ कीजिये,
उस में कोई शक नहीं है..
“क्योंकि”
वह खुद का घर
छोड़ कर आती है..
पर कभी पुरुष के लिए “भी”
दो शब्द बोला करो,
जो अनजान स्त्री को,
खुद का घर सौप देता है…
स्त्री की तारीफ कीजिये,
उस में कोई शक नहीं है..
“क्योंकि”
वह खुद का घर
छोड़ कर आती है..
पर कभी पुरुष के लिए “भी”
दो शब्द बोला करो,
जो अनजान स्त्री को,
खुद का घर सौप देता है…