न जाने किस शख्स का इंतज़ार हमे आज भी है,
सुकून तो बहुत है पर दिल बेक़रार आज भी है,
तुमने हमें नफरतों के सिवा कुछ नहीं दिया लेकिन,
हमे तुम्हारी नफरतों से प्यार आज भी है…
न जाने किस शख्स का इंतज़ार हमे आज भी है,
सुकून तो बहुत है पर दिल बेक़रार आज भी है,
तुमने हमें नफरतों के सिवा कुछ नहीं दिया लेकिन,
हमे तुम्हारी नफरतों से प्यार आज भी है…