Yaad Ham Unhe Karte Hai
याद करना और याद आना, दोनों अलग-अलग बातें है.. याद हम उन्हें करते है, जो हमारे अपने है.. और याद हम उन्हें आते है, जो हमें अपना समजते है… सुप्रभात!
याद करना और याद आना, दोनों अलग-अलग बातें है.. याद हम उन्हें करते है, जो हमारे अपने है.. और याद हम उन्हें आते है, जो हमें अपना समजते है… सुप्रभात!
न वो आ सके न हम कभी जा सके, न दर्द दिल का किसी को सुना सके, बस बैठे है यादों में उनकी, न उन्होंने याद किया, और न हम उनको भुला सके…!!
हम उनको तब याद आते है जब उनके पास, बात करने के लिए कोई नहीं होता…
क्यों तुझको देखना चाहती है मेरी आँखे, क्यों खामोशियाँ करती है बस तेरी बाते, क्यों इतना चाहने लगा हूँ तुझको मै, की तारे गिनते हुए कटती है मेरी राते, तू ही कुछ बता दे क्या मै करू इनका, हर पल जो मुझे तडपाती है तेरी यादे…