Kaise Na Pyaar Aata Uspe Batao Zara
कैसे ना प्यार आता उसपे बताओ जरा, रुठकर भी कहती है अपना खयाल रखना…
कैसे ना प्यार आता उसपे बताओ जरा, रुठकर भी कहती है अपना खयाल रखना…
तुम खुश-किश्मत हो जो हम तुमको चाहते है, वरना हम तो वो है जिनके ख्वाबों मे भी लोग इजाजत लेकर आते है…
अहंकार को छोड़े बिना सच्चा प्यार नहीं किया जा सकता…
अजीब दस्तूर है मोहब्बत का, रूठ कोई जाता है टूट कोई जाता है…