Insaniyat Hi Hai Dharm Vatan Ka
ना जियो धर्म के नाम पर, ना मरो धर्म के नाम पर, इंसानियत ही है धर्म वतन का, बस जियो वतन के नाम पर…
ना जियो धर्म के नाम पर, ना मरो धर्म के नाम पर, इंसानियत ही है धर्म वतन का, बस जियो वतन के नाम पर…
दे सलामी ईस तिरंगे को, जो हमारी शान है, सर हमेशा ऊँचा रखना ईसका, जब तक दिल में जान है… भारत माता की जय !
ये बात हवाओं को बताये रखना, रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना, लहू देकर जिसकी हिफाजत हमने की, ऎसे तिरंगे को सदा दिल मे बसाये रखना…
कुछ नशा ‘तिरंगे’ की अान का है, कुछ नशा ‘मातृभूमि’ की शान का है, हम लहराएंगे हर जगह ये ‘तिरंगा’ नशा ये ‘हिंदुस्तान’ की शान का है… जय हो !