Agar Dil Na hota
ना दर्द ने किसी को सताया होता, ना आँखों ने किसी को रुलाया होता, खुशी ही खुशी होती हर किसी के पास, अगर बनानेवाले ने दिल ही ना बनाया होता…
ना दर्द ने किसी को सताया होता, ना आँखों ने किसी को रुलाया होता, खुशी ही खुशी होती हर किसी के पास, अगर बनानेवाले ने दिल ही ना बनाया होता…
आहिस्ता चल ए जिंदगी, कुछ कर्ज चुकाने बाकी है, कुछ दर्द मिटाने बाकी है, कुछ फर्ज निभाने बाकी है…
सबके कर्ज़े चूका दूँ मरने से पहले, ऎसी मेरी नियत है, मौत से पहले तू भी बता दे जिंदगी, तेरी क्या किमत है…
कैसे भुलाया जाता है दिल से किसी को, काश ये अदा आप हमे भी सिखा देते, अगर युही छोड कर जाना था तो कह तो देते, हम आपकी राहों मे पलके बिछा देते…