Ab Hame Ruth Jane Ki Aadat Nahi Rahi

सपनों से दिल लगाने की आदत नहीं रही, हर वक्त मुस्कुराने की आदत नहीं रही, ये सोच के की कोई मनाने नहीं आएगा, अब हमें रूठ जाने की आदत नहीं रही…

Har Jagah Tum Najar Aate Ho

कभी सुबह को याद आते हो, कभी शाम को याद आते हो, कभी-कभी इतना याद आते हो, आइना हम देखते है, नजर तुम आते हो…

Mere Mehboob Ko Rakhna Tu Salamat

हर कर्ज मोहब्बत का अदा करेगा कौन, जब हम नहीं होंगे तो वफ़ा करेगा कौन, या रब मेरे मेहबूब को रखना तू सलामत, वर्ना मेरे जीने की दुआ करेगा कौन?

Aap Hum Se Dur Hoke Bhi Apne Hai

पलकों में कैद कुछ सपने है, कुछ बेगाने कुछ अपने है, न जाने क्या कशिश है इन ख्यालों में, आप हमसे दूर होके भी, कितने अपने है..!