पलकों में कैद कुछ सपने है,
कुछ बेगाने कुछ अपने है,
न जाने क्या कशिश है इन ख्यालों में,
आप हमसे दूर होके भी,
कितने अपने है..!
पलकों में कैद कुछ सपने है,
कुछ बेगाने कुछ अपने है,
न जाने क्या कशिश है इन ख्यालों में,
आप हमसे दूर होके भी,
कितने अपने है..!