Girkar Hosla Mat Harna Mere Dost

मुश्किले दिलों के इरादे आजमाएगी, ख़्वाबों के परदे निगाहों से हटाएगी, गिरकर हौसला मत हारना मेरे दोस्त, ये ठोकरे ही तो आप को चलना सिखाएगी…

Rakhta Hai Jo Housla Aasmaan Ko Chune Ka

परिंदों को नही दी जाती तालीम उड़ानों की, वो खुद ही तय करते है मंजिल आसमानों की…! रखता है जो होसला आसमान को छूने का, उसको नही होती परवाह गिर जाने की…!

Kamyabi Thokar Kha Ke Hi Milti Hai

दुनिया की हर चीज़ ठोकर लगने से टूट जाया करती है, एक “कामयाबी” ही है जो ठोकर खा के ही मिलती है..!

Jo Mila Nahi Uska Kya Gila Karna

मंजिले बहुत है अफसाने बहुत है, इम्तिहान जिंदगी मे आने बहुत है, जो मिला नही उसका क्या गिला करना, दुनिया मे खुश रहने के बहाने बहुत है…