Sabse Jyada Vahi Roya Hai

खुदा ने बड़े अजीब से दिल के रिश्ते बनाये है… सबसे ज्यादा वही रोया है, जिसने ईमानदारी से रिश्ते निभाए है…

Tu Kya Jaane Kya Hai Tanhaai

तू क्या जाने… क्या है तन्हाई, इस टूटे हुए दिल से पूछ, क्या है जुदाई… बेवफाई का इलज़ाम न देना जालिम, इस वक्त से पूछ… किस वक्त… तेरी याद न आयी…

Tujh Jaise Lakho Milenge

जाते वक्त उसने बड़े गुरुर से कहा था, तुझ जैसे लाखो मिलेंगे… मैंने मुस्कुरा के पूछा, आखिर मुझ जैसे की ही तलाश क्यों…

Apna Banakar Chod Diya

अपनी तक़दीर में तो कुछ ऐसे ही सिलसिले लिखे है, किसी ने वक्त गुजारने के लिए, अपना बनाया, तो किसी ने अपना बनाकर ‘वक्त’ गुजार लिया…