दिल में हसरतो को दबा कर जीते हे,
अपने गम को दुनिया से छुपाकर जीते है,
क्या लूटेगा ज़माना खुशियो को हमारी,
हम खुशियाँ दूसरों पर लुटा कर जीते है…
दिल में हसरतो को दबा कर जीते हे,
अपने गम को दुनिया से छुपाकर जीते है,
क्या लूटेगा ज़माना खुशियो को हमारी,
हम खुशियाँ दूसरों पर लुटा कर जीते है…