कुदरत के करिश्मे मे अगर रात न होती,
तो ख्वाब मे भी आपसे मुलाक़ात न होती,
कमबख्त ये दिल है हर दर्द की वजह,
ये दिल न होता तो कोई बात न होती…
कुदरत के करिश्मे मे अगर रात न होती,
तो ख्वाब मे भी आपसे मुलाक़ात न होती,
कमबख्त ये दिल है हर दर्द की वजह,
ये दिल न होता तो कोई बात न होती…