दगा दे जाये उसे यार नहीं कहते,
ख़ुशी न दे उसे बहार नहीं कहते,
बस १ बार धड़कता है दिल किसीके लिए,
जो दुबारा हो उसे प्यार नहीं कहते !
दगा दे जाये उसे यार नहीं कहते,
ख़ुशी न दे उसे बहार नहीं कहते,
बस १ बार धड़कता है दिल किसीके लिए,
जो दुबारा हो उसे प्यार नहीं कहते !