Na Jane Kaun Si Mulakat Aakhri Hogi
जिंदगी मे ना जाने कौन सी बात आखरी होगी, ना जाने कौन सी रात आखरी होगी, मिलते, जुलते बाते करते रहो एक दूसरे से, ना जाने कौन सी मुलाकात आखरी होगी…
जिंदगी मे ना जाने कौन सी बात आखरी होगी, ना जाने कौन सी रात आखरी होगी, मिलते, जुलते बाते करते रहो एक दूसरे से, ना जाने कौन सी मुलाकात आखरी होगी…
होठों पर नाम आते ही यादें ताज़ा हो जाती है पापा, यादें ताज़ा होते ही आँखे छलक जाती है पापा, गुज़रे दिनों की तस्वीर साफ़ नज़र आती है पापा, सब होते हुए भी आपकी कमी नज़र आती है पापा… Happy Fathers Day Papa!
जिसने मेरा जीवन सवारा वह राहत है मेरे पापा, सपनो मे जिसका चेहरा दिखा वह चाहत है मेरे पापा, बसी है जो मेरे मन मंदिर मे वह सूरत है मेरे पापा, पूजा है जिसको मैने शाम सवेरे वह मूरत है मेरे पापा… Happy Fathers Day!
मेरी हँसी, मेरी ख़ुशी है पापा मेरे, मेरे बचपन का खिलौना है पापा मेरे, जिनकी ज़िन्दगी, जान हूँ मै, है वो प्यारे पापा मेरे… Happy Father’s Day Papa!