भुल जाने का तुझे कोई इरादा ना था,
तेरे सिवा किसी से किया कोई वादा ना था,
निकाल देते दिल से शायद तुम्हारे खयाल,
पर इस कमबख्त दिल में कोई दरवाज़ा ना था…
भुल जाने का तुझे कोई इरादा ना था,
तेरे सिवा किसी से किया कोई वादा ना था,
निकाल देते दिल से शायद तुम्हारे खयाल,
पर इस कमबख्त दिल में कोई दरवाज़ा ना था…