लौट आता हूँ वापस घर की तरफ.
हर रोज़ थका-हारा,
आज तक समझ नहीं आया की जीने के
लिए काम करता हूँ या काम करने के
लिए जीता हूँ।
बचपन में सबसे अधिक बार
पूछा गया सवाल,
“बङे हो कर क्या बनना है?”
जवाब अब मिला,
“फिर से बच्चा बनना है”
लौट आता हूँ वापस घर की तरफ.
हर रोज़ थका-हारा,
आज तक समझ नहीं आया की जीने के
लिए काम करता हूँ या काम करने के
लिए जीता हूँ।
बचपन में सबसे अधिक बार
पूछा गया सवाल,
“बङे हो कर क्या बनना है?”
जवाब अब मिला,
“फिर से बच्चा बनना है”