आँखों की गहराई को समझ नहीं पाते,
होठ है मगर कुछ हम कह नहीं पाते,
अपनी दिल की बात किस तरह कहे तुमसे,
तुम वही हो जिनके बिना हम रह नहीं पाते…
आँखों की गहराई को समझ नहीं पाते,
होठ है मगर कुछ हम कह नहीं पाते,
अपनी दिल की बात किस तरह कहे तुमसे,
तुम वही हो जिनके बिना हम रह नहीं पाते…