चाँद जैसी शितलता, सुरज जैसी रोशनी,
धरती जैसी माया, गगन जैसी छाया,
सागर जैसी शांती, समृद्धी कि हो बौछार,
मुबारक हो आपको ये दिवाली का त्योहार…
चाँद जैसी शितलता, सुरज जैसी रोशनी,
धरती जैसी माया, गगन जैसी छाया,
सागर जैसी शांती, समृद्धी कि हो बौछार,
मुबारक हो आपको ये दिवाली का त्योहार…