Phoolon Ki Tarah Mujh Pe Bikhar Jaao Kisi Din
चहरे पे मेरे जुल्फोंको फैलाओ किसी दिन, क्या रोज़ गरजते हो बरस जाओ किसी दिन, खुशबू की तरह गुजरो मेरे दिल की गली से, फूलों की तरह मुझ पे बिखर जाओ किसी दिन…
चहरे पे मेरे जुल्फोंको फैलाओ किसी दिन, क्या रोज़ गरजते हो बरस जाओ किसी दिन, खुशबू की तरह गुजरो मेरे दिल की गली से, फूलों की तरह मुझ पे बिखर जाओ किसी दिन…