Shayad Aa Jaye Koi Paigam Tera

इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा, रातें कटती है ले ले के नाम तेरा, मुद्दत से बैठी हूँ ये आस पाले, शायद अब आ जाये कोई पैगाम तेरा…