Ab Hame Ruth Jane Ki Aadat Nahi Rahi
सपनों से दिल लगाने की आदत नहीं रही, हर वक्त मुस्कुराने की आदत नहीं रही, ये सोच के की कोई मनाने नहीं आएगा, अब हमें रूठ जाने की आदत नहीं रही…
सपनों से दिल लगाने की आदत नहीं रही, हर वक्त मुस्कुराने की आदत नहीं रही, ये सोच के की कोई मनाने नहीं आएगा, अब हमें रूठ जाने की आदत नहीं रही…
कभी सुबह को याद आते हो, कभी शाम को याद आते हो, कभी-कभी इतना याद आते हो, आइना हम देखते है, नजर तुम आते हो…
तुम क्या जानो गम क्या होता है? तुम क्या जानो गम किसे कहते है? तुम क्या जानो गम क्या चीज होती है? तुमने तो हमेशा Fevicol Use किया है!
दिल की बात दिल में मत रखना, जो पसंद हो उसे ILU कहना, अगर वो गुस्से में आ जाये तो डरना मत, राखी निकालना और कहना, प्यारी बहना मिलती रहना…