Khamoshi Teri Mujhpe Barasti Hai
खामोशी तेरी मुझपे बरसती है मेरी हर आह तेरा दर्द समझती है, मालूम है की मज़बूर है तू, फिर भी मेरी नज़र तेरे दीदार को तरसती है…
खामोशी तेरी मुझपे बरसती है मेरी हर आह तेरा दर्द समझती है, मालूम है की मज़बूर है तू, फिर भी मेरी नज़र तेरे दीदार को तरसती है…
बातें कर के रुला ना देना, चुप रहके सजा ना देना, न दे सको ख़ुशी तो गम ही सही, बस एक वादा करो की, ज़िन्दगी में हमे कभी भुला ना देना…
इंसान का अपना क्या है?? जन्म : दूसरे ने दिया नाम : दूसरे ने रखा शिक्षा : दूसरे ने दी रोजगार : दूसरे ने दी इज्जत : दूसरे ने दी पहला और आखरी स्नान : दूसरे कराएंगे शमशान : दूसरे ले जाएंगे मरने के बाद संपत्ति : दूसरे बाट लेंगे फिर भी घमंड किस बात पे करते है लोग…!!
इंसान कितना भी बिजी क्यूँ ना हो, अगर वो आप से सच में प्यार करता है, तो आपके लिए वक्त जरूर निकालेगा…