Kyon Karti Hai Yaade Pareshan
अजीब लगती है शाम कभी-कभी, ज़िंदगी लगती है बेजान कभी-कभी, समज में आये तो हमे भी बताना कि, क्यों करती है यादे परेशान कभी-कभी…
अजीब लगती है शाम कभी-कभी, ज़िंदगी लगती है बेजान कभी-कभी, समज में आये तो हमे भी बताना कि, क्यों करती है यादे परेशान कभी-कभी…
तुम बनके दोस्त, ऐसे आए जिंदगी में की हम जमाना ही भूल गए, तुम्हे याद आये ना आए हमारी कभी, पर हम तो तुम्हे भूलना ही भूल गए…
लो आज हमने आप को पहले याद किया, इस खूबसूरत सुबह को आपके नाम किया, अच्छा गुजरे यह दिन आप का, दिल से हमने यह पैगाम दिया… सुप्रभात!
सूरज के बिना सुबह नही होती, चाँद के बिना रात नही होती, बादल के बिना बरसात नही होती, आपकी याद के बिना दिन की शुरुआत नही होती…