Bhigi Hai Palke Kisi Ki Yaad Me
आज भीगी है पलके किसी की याद मे, बादल भी सिमट गए है अपने आप मे, बारिश की बूँदे ऐसी गिरी है जमीन पर, मानो चाँद भी रोया हो उसकी याद मे…
आज भीगी है पलके किसी की याद मे, बादल भी सिमट गए है अपने आप मे, बारिश की बूँदे ऐसी गिरी है जमीन पर, मानो चाँद भी रोया हो उसकी याद मे…
कितना अधूरा लगता है तब, जब बादल हो पर बारिश ना हो, जब जिंदगी हो पर प्यार ना हो, जब आँखे हो पर ख्वाब ना हो, और जब कोई अपना हो पर साथ ना हो…
सारी उम्र आँखों मे एक सपना याद रहा, सदियाँ बीत गई पर वो लम्हा याद रहा, ना जाने क्या बात थी उनमे, सारी महफील भूल गए बस वह चेहरा याद रहा…
साँस थम जाती है पर जान नही जाती, दर्द होता है पर आवाज नही आती, अजीब लोग है इस जमाने मे ए दोस्त, कोई भूल नही पाता और किसी को याद नही आती…