Ameer Itne Bano Ki
अमीर इतने बनो की, आप कितनी भी किमती चीज को चाहो तो खरीद सको… किमती इतने बनो की, इस दुनिया का कोई अमीर से अमीर भी आपको खरीद न सके!!
अमीर इतने बनो की, आप कितनी भी किमती चीज को चाहो तो खरीद सको… किमती इतने बनो की, इस दुनिया का कोई अमीर से अमीर भी आपको खरीद न सके!!
अगर भरोसा उपरवाले पर है तो, जो लिखा है तक़दीर में वही पाओगे, मगर भरोसा अगर खुद पर है तो, वो वही लिखेगा, जो आप चाहोगे…
जब नाख़ून बढ़ जाते हैं तो नाख़ून ही काटे जाते हैं उँगलियाँ नहीं, इसलिए अगर रिश्तों में दरार आ जाये तो दरार को मिटाइये, रिश्तों को नहीं…
“लफ्ज़” ही ऐसी चीज़ है. जिसकी वजह से इंसान, “या तो दिल में उतर जाता है” “या तो दिल से उतर जाता है”