Maa Aur Patni Ke Pyaar Ka Fark
जब पति ने अपना पसीना पत्नी के दुपट्टे से पोछना चाहा तो पत्नी बोली: “दुपट्टा गन्दा न करो” जब पति ने अपना पसीना माँ के दुपट्टे से पोछना चाहा तो माँ बोली, “ये गन्दा है रुको साफ़ करके देती हूँ”
जब पति ने अपना पसीना पत्नी के दुपट्टे से पोछना चाहा तो पत्नी बोली: “दुपट्टा गन्दा न करो” जब पति ने अपना पसीना माँ के दुपट्टे से पोछना चाहा तो माँ बोली, “ये गन्दा है रुको साफ़ करके देती हूँ”
जीवन की सुंदरता इस बात पर निर्भर नहीं करती की, तुम कितने खुश हो, लेकिन इस बात पर निर्भर करती है की, दूसरे तुम्हारी वजह से कितने खुश हो सकते है!
जिंदगी में बड़ी शिद्दत से निभाओ अपना किरदार, की परदा गिरने के बाद भी तालियाँ बजती रहे…
“मुश्किलों का आना, ‘Part of Life’ है.. और उनमें से हँस कर बाहर आना, ‘Art of Life’ Hai”