Umar Aur Jindagi Ka Farak
किसी ने पूछा की, “उम्र” और “जिंदगी” में क्या फर्क है? बहुत सुन्दर जवाब.. जो अपनों के बिना बीती, वो “उम्र” और, जो अपनों के साथ बीती, वो “जिंदगी”…
किसी ने पूछा की, “उम्र” और “जिंदगी” में क्या फर्क है? बहुत सुन्दर जवाब.. जो अपनों के बिना बीती, वो “उम्र” और, जो अपनों के साथ बीती, वो “जिंदगी”…
जरुरत से ज्यादा मिले उसको कहते है, “नसीब” भगवान का दिया सबकूछ है फिर भी रोता है उसको कहते है, “बदनसीब” और, जिंदगी में थोड़ा कम पाकर भी हमेशा खुश रहता है, उसको कहते है, “खुशनसीब”
ना शौक है बड़ा दिखने का, ना तमन्ना है खुदा होने की, आरजू है जन्म सफल हो, कोशिश है बस एक “इन्सान” होने की…
जिंदगी में शांति से जीने के दो ही तरीके है.. माफ़ कर दो उनको, जिन्हें तुम भूल नहीं सकते.. भूल जाओ उनको, जिन्हें तुम माफ़ नहीं कर सकते…