Tanhai Me Rona Shayari
महफील मे हँसना मेरा मिजाज बन गया, तन्हाई मे रोना एक राज बन गया, दिल के दर्द को चेहरे से जाहिर ना होने दिया, यही मेरे जीने का अंदाज बन गया…
महफील मे हँसना मेरा मिजाज बन गया, तन्हाई मे रोना एक राज बन गया, दिल के दर्द को चेहरे से जाहिर ना होने दिया, यही मेरे जीने का अंदाज बन गया…
उसकी मोहब्बत का सिलसिला भी कितना अजीब था, अपना भी ना बनाया और किसी और का होने भी ना दिया…
परवाह कर उसकी जो तेरी परवाह करे, जिंदगी मे जो कभी तनहा ना करे, जान बनके उतर जा उसकी रूह मे, जो जान से भी ज्यादा तुझे प्यार करे…
जिंदगी गुजर जाए पर प्यार कम ना हो, याद हमे रखना चाहे पास हम ना हो, कयामत तक चलता रहे ये प्यार का सफर हमारा, दुवा करो रब से कभी ये रिश्ता खतम ना हो…