Ye Silsila Na Khatm Ho Apni Dosti Ka
आप पे कुरबान हमारी यारी है, हँसके मर जायेंगे इसकी भी तयारी है, ये सिलसिला ना ख़त्म हो अपनी दोस्ती का, लो हमने आप को याद किया अब आपकी बारी है…
आप पे कुरबान हमारी यारी है, हँसके मर जायेंगे इसकी भी तयारी है, ये सिलसिला ना ख़त्म हो अपनी दोस्ती का, लो हमने आप को याद किया अब आपकी बारी है…
दोस्ती करना हमे भी सिखा दो जरा, उस दिल के कोने मे हमको भी बिठा दो जरा, हम आपके दिल मे है की नही, जुबान से ना सही SMS से तो बता दो जरा…
वो मेरा दोस्त जो खुदा जैसा लगता है, दिल के पास है फिर भी जुदा सा क्यों लगता है, काफी दिनों से आया नहीं कोई पैगाम उसका, शायद कोई बात पे हमसे खफा सा लगता है…
मिला के हाथ दोस्ती का वापस लिया नही जाता, इस नाज़ुक रिश्ते को ज़ख्म दिया नही जाता, सचमुच बहुत जालिम है ये दुनिया, सस्ता है SMS फिर भी लोगो से किया नही जाता…