Jab Apne Chot Pahuchaye
वक्त और अपने, जब दोनों एक साथ चोट पहुँचाए, तो इंसान बाहर से नहीं, अंदर से भी पत्थर बन जाता है…
वक्त और अपने, जब दोनों एक साथ चोट पहुँचाए, तो इंसान बाहर से नहीं, अंदर से भी पत्थर बन जाता है…
जिंदगी में कुछ ऐसे लोग भी होते है, जिन्हें हम पा नहीं सकते सिर्फ चाह सकते है…
मंजिल तो तेरी यही बसी थी, जिंदगी गुजर गयी तेरी आते आते, क्या मिला तुझे इस दुनिया में, अपनों ने ही जला दिया जाते जाते…
चिराग से ना पूछो, बाकी तेल कितना है.. सांसो से ना पूछो बाकी खेल कितना है.. पूछो उस कफ़न में लिपटे मुर्दे से, जिंदगी में गम और कफ़न में चैन कितना है…