Ye Lamhe Kal Ho Na Ho

समेट लो इन नाजुक पलों को, न जाने ये लम्हे कल हो ना हो, चाहे हो भी ये लम्हे, क्या मालूम शामिल उन पलों में हम हो ना हो…

Kya Hua Mohabbat Puri Na Huyi

तो क्या हुआ मोहब्बत पूरी ना हुई, मोहब्बत हो गई है तुमसे बस इतना ही काफी है…

Har Waqt Tere Milne Ka Intezaar Karte Hai

हर शाम से तेरा इजहार किया करते है, हर ख्वाब मे तेरा दिदार किया करते है, दिवाने ही तो है हम तेरे, जो हर वक्त तेरे मिलने का इंतजार किया करते है…

Sochkar Apnon Se Rutha Karo

बहुत सोचकर अपनों से रूठा करो, आज कल मनाने का रिवाज खत्म हो गया है…